पूर्ण बहुमत से बनेगी छत्तीसगढ़ में BSP-JCCJ की सरकार-मायावती
छत्तीसगढ़ : बिलासपुर रैली में विशाल भीड़ को देखकर बसपा सुप्रीमो मायावती और JCCJ प्रमुख अजीत जोगी गदगद दिखे। रैली में मंच से बसपा सुप्रीमों मायावती ने दावा किया कि इस बार पूरे बहुमत से छत्तीसगढ़ में बसपा-छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी की सरकार बनेगी।
इस रैली के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) प्रमुख अजीत जोगी भी मौजूद रहे. यह पहला मौका है, जब बसपा सुप्रीमो मायावती छत्तीसगढ़ में किसी अन्य दल के साथ मंच साझा किया है. बीएसपी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों में साथ-साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ेंगे जिससे वहाँ की भाजपा सरकार को उखाड़ सकें।
रैली को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। अब गठबंधन के लोगों की यह कोशिश होनी चाहिए कि हमारे ज्यादा से ज्यादा प्रत्याशी चुनाव जीतकर आएं, ताकि यह गठबंधन अपने बलबूते बहुमत की सरकार बना सके। उन्होंने कहा कि सूबे में हमारी सरकार बनने पर दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, अपर कास्ट के गरीबों, मजदूरों और व्यापारियों का विकास होगा। साथ ही लोग स्वाभिमान के साथ जीवन जी सकेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य में विकास होगा, तो नक्सलवादी गतिविधियां में लगाम कसा जा सकेगा। नक्सली खुद रास्ते पर आ जाएंगे। आदिवासी और दलित विरोधी सरकार होने की वजह से नक्सली गतिविधियां बढ़ी हैं। इस दौरान मायावती ने नोटबंदी, कालाधन, राम मंदिर और मॉब लिंचिंग के मसले पर बीजेपी सरकार को जमकर लताड़ा।
उन्होंने कहा कि चुनाव करीब आते ही बीजेपी राम मंदिर का मुद्दा उछालने लगती है। अब बीजेपी एक राम मंदिर नहीं, बल्कि चाहे जितने भी राम मंदिर बनवा ले, लेकिन उसको कोई चुनावी फायदा नहीं होगा।
चुनावी समझौते के मुताबिक 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए बसपा 35 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) (जेसीसीजे) 55 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. अजित जोगी को गठबंधन में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया है. बसपा के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया, बहिन जी के (मायावती) दौरे के बाद सभी 35 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाएगी. माना जा रहा है कि यह गठबंधन छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को खासा प्रभावित करेगा. प्रदेश की सभी विधानसभा क्षेत्रों में त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना मानी जा रही है.
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) (जेसीसीजे) प्रमुख अजीत जोगी ने रैली को संबोधित करके कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता अपनी लोक प्रिय नेता बहिन मायावती जी को सुनने के लिए और उनकी एक झलक पाने के लिए भारी सँख्या में आये हैं।
छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी रैली हुई। इस रैली ने एक इतिहास रचा है।
राज्य में दलित-आदिवासी का मजबूत गठजोड़
जातिगत समीकरण के लिहाज से देखा जाए, तो अजीत जोगी की (जेसीसीजे) और बसपा के पास जबरदस्त ताकत है। दोनों पार्टियाँ दलितों , आदिवासियों , पिछड़ों , धार्मिक अल्पसंख़्यकों और अपर कास्ट में गरीबों की राजनीति करतीं हैं। प्रदेश में जहां अनुसूचित जनजाति (आदिवासी) वोट 32 % से 35 % हैं तथा अनुसूचित जातियों की संख्या 13 % से 15 % की बड़ी ताकत है, अगर इन दोनों को मिला दिया जाये तो 45 % से 50 % होता है जो आसानी से सरकार बना सकता है इसी कारण भाजपा और कांग्रेस में इस गठबंधन के बाद हाहाकार मचा है। वहीं बसपा के पास लगभग-लगभग सर्व समाज के मतदाताओं का खासा समर्थन है. ऐसे में ये कांग्रेस को बसपा से अलग चुनाव लड़ने का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है, इस बात की भी प्रबल आशंकाएं हैं. सियासी गलियारों में चर्चा ये भी है कि भाजपा को भी इस गठजोड़ से जबरदस्त नुकसान पहुंचने की आशंका है।
बसपा संस्थापक कांशीराम ने छत्तीसगढ़ से ही चुनावी राजनीति शुरू की थी
बीएसपी संस्थापक कांशीराम ने अपनी सियासी पारी की शुरुआत भी छत्तीसगढ़ से ही किया था. 1984 के आम चुनाव में कांशीराम ने जांजगीर लोकसभा सीट पर एक निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में उन्हें सिर्फ 84000 वोट मिले थे और उन्हें शिकस्त झेलनी पड़ी थी, और कांग्रेस उम्मीदवार प्रभात कुमार मिश्रा को जीत हासिल की थी.
एक नवंबर 2000 को जब मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ ने नए राज्य के रूप में जन्म लिया.तब राज्य को अजीत जोगी के रूप में प्रथम मुख्यमंत्री मिला था। राजनीति में आने से पहले अजीत जोगी IAS अफसर थे । वे एक साथ दो जिला के कलेक्टर (DM ) रह चुके हैं।
सूबे में दो चरणों में होंगे चुनाव
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान होंगे.
पहले चरण के मतदान के लिए :- 18 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा
- चुनाव अधिसूचना की तारीख : 16 अक्टूबर
- नामांकन पत्र भरने की आखिरी तारीख : 23 अक्टूबर
- नामांकन वापस लेने की तारीख : 26 अक्टूबर
- पहले चरण का मतदान : 12 नवंबर
दूसरे चरण के मतदान के लिए :- 72 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा
- चुनाव अधिसूचना की तारीख : 26 अक्टूबर
- नामांकन पत्र भरने की आखिरी तारीख : 2 नवंबर
- नामांकन वापस लेने की तारीख : 5 नवंबर
- दूसरे चरण का मतदान : 20 नवंबर
नतीजों की तारीख का ऐलान : 11 दिसंबर
इन चुनाव में निर्वाचन आयोग ने आधुनिक ईवीएम व वीवीपैट का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया तथा साथ ही मतदान की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। मगर बसपा सहित सभी विपक्षी पार्टियों ने बैलोट पेपर से चुनाव कराने की माँग रखी थी। जिसे चुनाव आयोग ने नहीं माना।