राजस्थान, बसपा में विलय हुई एक बड़ी पार्टी भाजपा-कॉंग्रेस में मची खलबली
जयपुर, राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले बसपा को भारी सफलता मिल गई है जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी (राजपा) के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक नवीन पिलानिया मंगलवार को राजपा का बसपा में विलय करने की घोषणा करदी और अपने हजारों समर्थकों के साथ बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए। बता दें कि पिछले चुनाव में राजपा के टिकट पर चार नेता चुनाव जीते थे तथा 10 सीटों पर राजपा प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे थे और लगभग 4.5 प्रतिशत से ज्यादा वोट प्राप्त किये थे।
बसपा के प्रदेश प्रभारी मुनकाद अली ने नवीन पिलानिया को बसपा की सदस्यता ग्रहण करवाई। इस मौके पर विधायक नवीन पिलानिया ने राजपा की प्रदेश इकाई का बसपा में विलय करने की घोषणा की। पिलानिया बसपा के टिकट पर आमेर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे,वर्तमान में वे इसी सीट से विधायक भी हैं।
राजपा के चार विधायक जीते थे।
साल,2013 के चुनाव में राजपा के टिकट पर डॉ.किरोड़ी लाल मीणा सहित चार नेता चुनाव जीते थे। इनमें मीणा व अन्य दो विधायक करीब तीन माह पूर्व भाजपा में शामिल हो गए। उसके बाद राजपा आलाकमान ने विधायक नवीन पिलानिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। लेकिन मंगलवार को पिलानिया भी राजपा छोड़ बसपा में शामिल हो गए। पिलानिया बसपा प्रत्याशी के तौर पर 15 नवंबर को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। बसपा में शामिल होने के बाद पिलानिया ने कहा कि मेरी एक आंख एससी और दूसरी एसटी है,इस कारण में बसपा शामिल हुआ हूं । मैने हमेशा पिछड़ो एवं दलितों के लिए काम किया है।
टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा कई और विधायक भाजपा से बेहद नाराज चल हैं। उनमें से अनेक विधायक व नेता बसपा के संपर्क में हैं। सूत्रों के मुताबिक बसपा भाजपा व कॉंग्रेस के नाराज नेताओं को टिकट दे सकती है।