कौन हैं बहुजनों के नायक और सर्वजनों की मुखिया
जी हाँ हम बात कर रहें हैं बहुजनों के नायक मान्यवर कांशीराम साहब और सर्वजनों की मुखिया सुश्री बहन मायावती जी की।
जैसा कि सभी जानतें हैं मान्यवर कांशीराम जी ने अपनी पूरी जिंदगी उन बहुजनों के लिए न्योछावर कर दी थी जिन्हे इस देश में काफी नफरत व् अमानवीयता झेलनी पड़ी थी।
शायद बहुत सारे लोगों को पता नहीं है कि बहुजन शब्द का प्रयोग मान्यवर कांशीराम जी ने ही सर्वप्रथम किया था। बहुजन मतलव SC , ST , OBCs और Minorities ( Muslims , Sikhs , बुद्धिस्ट, Jains and Christians etc. ) . उनका मतलव साफ था यानि ब्राह्मण , वैश्य और ठाकुर को छोड़कर बाकी सब बहुजन हैं।
शुरुआती दिनों में वो Republican Party of India से जुड़े , उस समय RPI व् काँग्रेस का गढ़बंधन होता था। जिसमे पूरे देश में मात्र 1 सीट पर RPI और 542 सीटों पर काँग्रेस लड़ती थी। ये कांशीराम जी को पसंद नहीं आई फिर उन्होंने RPI के अध्यक्ष से कहा कि आप एक सीट लेकर अपने समाज का क्या भला कर लोगे , आप काँग्रेस से कम से कम अपने समाज की संख्या के हिसाब सीटें मागें।