छत्तीसगढ़ में कांकेर विधानसभा के सरोना में चुनावी सभा करने पहुंचे भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव और भाजपा के प्रवक्ता सचिदानंद उपासने को पब्लिक ने भारी झटका दिया है। उनकी सभा में लाख कोशिशों के बाद केवल 50-60 लोगों को ही जुटा पाए। इससे छत्तीसगढ़ में भाजपा की क्या हालत है अच्छी तरह से पता चलती है। शायद यही कारण होगा कि छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री की केवल एक ही सभा रखी गई है।
भाजपा की चुनावी सभा की हालत देखकर लोग सोशल मीडिया पर तरह-तरह से भाजपा का मजाक बना रहे हैं। कोई लिखता है कि सभा में नेता 50 और सुनने वाले केवल 30 बहुत नाइंसाफी है।
भाजपा की इस चुनावी सभा में आम जनता से ज्यादा तो पुलिस के जवान मौजूद थे।
छत्तीसगढ़ की पब्लिक का इस तरह का मूड़ देखकर भाजपा नेताओं के होश फाक्ता हो रहे हैं। जब मीडिया ने भाजपा नेताओं से पूछा कि लोग आपको सुनने क्यों नहीं आये तो उन्होंने कन्नी काटते हुए इलाके को गरीब तबके का बताते हुए लोगों के धान कटाई में व्यस्त होने के कारण भीड़ नहीं जुटने की बात कह दी। अब मंत्री जी को कौन समझाये कि कई साल से प्रदेश में आपकी सरकार है और इलाका अभी भी गरीब। इसका मतलब भाजपा ने छत्तीसगढ़ में कोई विकास नहीं किया जिससे इलाके में भारी गरीबी है। उन्होंने कांग्रेस के शासन पर दोष मड़ा कि 60 साल तक देश की सत्ता में रहने वाली कांग्रेस ने सिर्फ जनता की खून पसीने की कमाई को लूटा है। अब इन इनको कौन समझाये कि कांग्रेस भी विकास के सवाल पर भाजपा पर आरोप मड़ती और जनता बेचारी दोनों के भाषण सुन – सुनकर परेशान हो चुकी है। उधर बसपा-जकाँछ की सभाओं में भारी भीड़ देखकर लगता है कि इस बार पब्लिक ने भाजपा-कांग्रेस से हटकर कुछ नया सोचा है। खैर चुनाव आ गए है पब्लिक किया करेगी ये तो चुनाव परिणाम ही बता पायेगें।