ग्वालियर (मध्य प्रदेश): ग्वालियर के फूलबाग मैदान में ओबीसी-एससी-एसटी-अल्पसंख्यक (OBCs/SC-STs/Mislims) के कई सामाजिक संगठनों व कार्यकर्ता की अपार भीड़ में भीम आर्मी संस्थापक चन्द्रशेखर आजाद ने जनता से अपील की कि कॉंग्रेस और भाजपा को कतई वोट नहीं देना क्योंकि एक साँपनाथ है तो दूसरा नागनाथ है । इन दोनों से आपको सावधान रहना होगा और भूलकर भी इन्हें वोट मत देना।
मंच से उन्होंने बसपा सुप्रीमों मायावती की जामकर तारीफ की, कहा कि बहिन जी शासन में सब को सुख मिलता है मगर साँपनाथ और नागनाथ के शासन में आपको सिवा दुःख के कुछ नही मिलता । भीम आर्मी संस्थापक ने सभा में मौजूद युवाओं,महिलाओं और बुजर्गों से अपील की कि वे आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस में से किसी भी पार्टी को वोट न दें। क्योंकि, दोनों ही पार्टियों ने हमारे समाज के एससी-एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक लोगों को बांटने और उनके अधिकारों को छीनने का काम किया है। उन्होंने चुनाव में बहुजन समाज के हितों और उनके आरक्षण सहित दूसरे अधिकारों को दिलाने का वादा करने वाले नेता व दल को ही वोट देने की अपील की। अप्रत्यक्ष रूप से वे बसपा को समर्थन देते दिखे और कई बार बसपा सुप्रीमो मायावती की कार्यशैली की तारीफ भी की। सभा के दौरान 2 अप्रैल की हिंसा में मरने वाले 7 परिवार के सदस्यों को मंच पर बुलाकर उनके प्रति अपना सम्मान जाहिर किया और आगे मदद का भरोसा दिया।
चन्द्रशेखर आजाद नेे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की आलोचना की और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने का दावा किया। युवाओं से बहुजन समाज के व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनाने की अपील की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बारे में कहा कि मामा को अब भानजों को काम करने का अवसर देना चाहिए। आजाद ने कहा कि देश में ओबीसी, एससी-एसटी व अल्पसंख्यक समुदाय का 85 प्रतिशत वोट है लेकिन शासन सवर्ण समाज के 15 प्रतिशत लोग करते हैं। इस तस्वीर को बदलना होगा।
भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद लोगों को कसम दिलाई कि आने वाले चुनावों में भाजपा व कॉंग्रेस को वोट नहीं देना। तथा बीच-बीच में लोग जय भीम के नारे लगा रहे थे।
उन्होंने लोगों को कहा कि अगर कल को मैं खुद गलत हो गया तो आप गलत मत होना , जब हमनें लोगों से जानना चाहा कि चन्द्रशेखर आजाद के ऐसा कहने का क्या मतलब है , तो उन्होंने बताया कि कॉंग्रेस व भाजपा वाले हमारे समाज को लोगों को साम, दाम , दंड और भेद की नीति अपना कर तोड़ती है, यानि लालच, झूठी बातें ,डराकर और झूठें आरोप लगाकर बहकातें हैं। जिससे सभी लोगों को सावधान रहना है।