अंतिम चरण: कॉंग्रेस ने भाजपा को फायदा पहुँचाने के लिए, गठबंधन के खिलाफ फिर रची साजिश

भाजपा व कॉंग्रेस वाले देश में पिछले 25 सालों से हर चुनाव में झूठा व तथ्यहीन प्रचार कर रहे हैं कि चुनाव बाद बसपा , भाजपा के साथ समझौता करेगी। जनता अब सब जान गई हैं , अब क्या बहिन जी से भाजपा की कब्र ही खुदवाओगे ? जानते नहीं हो क्या ? कैसे बहिन जी ने यू.पी. में भाजपा को 59 सांसद से केवल 9 पर ला दिया था। तथा भाजपा व RSS का एक भी एजेंडा लागू नहीं होने दिया था और न ही गुंडागर्दी होने दी थी। कुंडा के गुण्डा का हाल भूल गए क्या ?

कॉंग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी और उनकी बहिन प्रियंका वाड्रा भले ही लाख दावे करें कि हम उत्तर प्रदेश में सपा+बसपा+रालोद गठबंधन को नुकसान नहीं पहुँचा रहे हैं मगर हकीकत कुछ और ही लगती है ऐसा लगता है कि मानो कॉंग्रेस तथा भाजपा में अन्दरूनी समझौता है।  क्योंकि जिस तरह कॉंग्रेस ने उम्मीदवार खड़े किये हैं वो सब गठबंधन के वोट काटने के हिसाब से ही किये हैं। दूसरा चंदरशेखर जैसे छुट भैया दलित नेताओं द्धारा गठबंधन के खिलाफ बयानबाजी कराना और कुछ मुस्लिम नेताओं द्धारा भी गठबंधन के खिलाफ बयानबाजी कराना ताजा उधारण नसीमुद्दीन सिद्दीकी द्धारा ये कहलवाना कि 23 मई के बाद मायावती बीजेपी से मिल जाएंगी , ये एक गठबंधन के खिलाफ कॉंग्रेस की सोची समझी रणनीति का हिस्सा ही लगता है जो भाजपा को फायदा पहुँचायेगा। जबकि उत्तर प्रदेश में कॉंग्रेस चुनाव जीतने की नही बल्कि वोट कटवा की हैशियत में हैं जिसे खुद प्रियंका वाड्रा व अन्य कॉंग्रेस नेताओँ स्वीकार किया है। जिसे उत्तर प्रदेश की जनता भी भलीभाँत जानती है ।

क्या कॉंग्रेस को पता नहीं कि मायावती की शासन काल में भाजपा व RSS का एक भी एजेंडा लागू नहीं होने दिया था और न ही गुंडागर्दी होने दी थी। जबकि सरकार भी उसी के समर्थन से बनाई थी तथा उलटा भाजपा को उत्तर प्रदेश में मायावती ने कमजोर कर दिया था 59 सांसद से केवल 9 पर ला दिया था।  तथा 1996 में भाजपा की केंद्र की सरकार गिराकर , भाजपा को कड़ा जवाब दिया था उसी का नतीजा था कि भाजपा ने मायावती को ताजकोरीडोर जैसे झूठे केस में फसाया था। जबकि आजादी के बाद पूरे देश में कॉंग्रेस की ही सरकार रही थी उसने भाजपा व RSS को देश में मजबूत किया तथा दलित , पिछड़े और मुसमानों को कमजोर किया।

अभी हाल ही मे प्रधानमंत्री मोदी द्धारा कॉंग्रेस पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के भ्रष्टाचारों को उजागर करने के निम्न कारण हैं :-

1)  उत्तर प्रदेश में चुनावी लड़ाई को भाजपा व गठबंधन के बजाय भाजपा व  कॉंग्रेस में बनाने की कोशिश करना। ऐसा करने से भाजपा को ये फायदा है कि अगर वोटों का बटवारा हुआ तो उसकी जीत है हाँलाकि ऐसा होना नामुमकिन है।

2)  मोदी द्धारा राजीव गाँधी के भ्रष्टाचारों को उजागर करने के बयान के बाद राहुल गाँधी का ये बयान कि “मैं मर जाऊंगा मगर नरेंद्र मोदी जी की मां और पिता का अपमान कभी नहीं करूंगा” , में निम्न कारण हो सकते हैं:-

i ) पूरा देश जनता है कि 2014 के चुनाव से पहले मोदी ने सम्पूर्ण गाँधी परिवार सहित प्रियंका वाड्रा के पति रॉवर्ट वाड्रा पर भ्रष्टाचारों के गंभीर आरोप लगाए थे और कहा था कि हमारी सरकार आने पर इन सबको जेल जाना पड़ेगा मगर केंद्र में सरकार बनाने के बाद गाँधी परिवार सहित प्रियंका वाड्रा के पति रॉवर्ट वाड्रा पर जेल तो बहुत दूर ठीक से कार्यवाई तक नहीं हुई।

ii )  राहुल गाँधी के बयान का दूसरा कारण ये है कि अगर मोदी की जगह कोई दूसरा व्यक्ति प्रधानमंत्री बन गया और सभी आरोपों पर जाँच शुरू करा दी तो , उनके परिवार की मुश्किल हो जाएगी।

iii ) राहुल गाँधी के बयान का तीसरा कारण ये है कि जब कॉंग्रेस की केंद्र में सरकार थी तब उन्होंने भी मोदी और अमित शाह पर कोई ठोस कार्यवाई नहीं की थी। जबकि कॉंग्रेस की सरकार में लालू यादव , मुलायम सिंह यादव , अखलेश यादव और शिबू सोरेन के खिलाफ भरपूर कार्यवाई की गई थी।

चूँकि अब लगभग पूरे देश को पता चल गया है कि सारे मीडिया भाजपा व कॉंग्रेस के ही हैं जो सिर्फ चुनावी लड़ाई को भाजपा और कॉंग्रेस के बीच ही दिखाने की कोशिश करतें है मानों देश में तीसरी कोई और पार्टी ही नहीं है। बसपा जो कि एक राष्ट्रीय पार्टी है उसको भी सारे मीडिया क्षेत्रीय पार्टी व साथ में जातिवादी पार्टी कहकर षड्यंत्र के तहत प्रचारित करते हैं यहीं हाल सपा, राजद , रालोद , इनेलों व झामुमो के साथ करते हैं।

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