राजस्थान हाईकोर्ट में मनुस्मृति बनाने वाले मनु की मूर्ति पर पोती कालिख

जयपुर. राजस्थान की राजधानी स्थित हाईकोर्ट परिसर में मनुस्मृति बनाने वाले मनु की मूर्ति लगी हुई है जिस पर सोमवार को दो महिलाओं ने काली स्याही फेंक कर बदरंग कर दिया। महिलाओं ने इस घटना को दिन के उजाले में अंजाम दिया।

मनु की मूर्ति को हटाने के लिए देश के अलग अलग हिस्सों में काफी समय से OBCs /SC /ST के बहुत सारे सामाजिक संगठन कार्यरत हैं।  उनका मानना है कि जिस आदमी ने इंसानों में इतना भेद भाव पैदा किया हो और उसकी बजय से लोगों पर अत्याचार हुए हो ,उसकी मूर्ति एक न्यायालय में कैसे लगा सकते हो।

जनवरी 2017 में आयोजित मनुवाद विरोधी सम्मेलन में इसकी घोषणा की गई थी। जिसमें यह भी तय हुआ था कि मनुवाद विरोधी अभियान चलाने वाला एक प्रतिनिधि मंडल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से मुलाकात कर कोर्ट परिसर में लगी मनु की मूर्ति को हटाने के लिये शीघ्र सुनवाई करने की मांग करेगा।

इस घटनाक्रम के बाद फिर से हाईकोर्ट परिसर में मनु स्मृति और मनु मूर्ति को हटाने का मुद्दा एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। कुछ अरसे पहले भी एक सामाजिक संगठन ने हाईकोर्ट परिसर में लगी मनु की प्रतिमा हटाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया था। तब यहां सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए थे।

अधिवक्ता प्रेमकृष्ण ने मनुस्मृति को शूद्र एवं महिला विरोधी बताते हुए कहा गया कि ऐसे ग्रंथों के होते हुए समाज से गैर बराबरी की मानसिकता खत्म नहीं हो सकती. इसके लिए एक जन आन्दोलन चलाए जाने की आवश्यकता है और इसलिए जन आंदोलन का निर्णय लिया गया था.

कालिख पोतने के मामले का पता चलने पर काफी संख्या में सवर्ण समाज के वकील वहां इकट्‌ठा हो गए और वहां हंगामा शुरू कर दिया । उसके बाद सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने दोनों महिलाओं को पकड़ा लिया। इसके बाद अशाेक नगर थाना पुलिस को सूचना दी। जो कि इन महिलाओं को पकड़कर पुलिस थाने ले गई।

प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि दोनों महिलाएं औरंगाबाद, महाराष्ट्र की रहने वाली हैं और काफी गरीब घर से हैं। वे ट्रेन से यहां पहुंची थी। वे खुद को किसी पार्टी से जुड़ी होना बता रही है। लेकिन यह साफ नहीं हो पाया है कि मनु प्रतिमा पर उन्होंने काला रंग क्यों फेंका और वे जयपुर क्यों आई है।

पुलिस इस संबंध में पुलिस गहनता से पूछताछ कर रही है। वहीं घटना के बाद सवर्ण वकील भी अशोक नगर थाने पहुंच गए। जिन्होंने दोनों महिलाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।

दूसरी ओर आज भी देश में मनु को मानने वाले मौजूद हैं :- राजस्थान बार कॉउंसिल के सदस्य भुवनेश शर्मा की मौजूदगी में मंगलवार को कुछ लोगों ने मनु की मूर्ति को धोकर दूध से दूधाभिषेक किया और मनु मूर्ति के सामने बैठकर पूजा अर्चना भी की।

अशोकनगर , जयपुर ए.सी.पी. दिनेश शर्मा के अनुसार महाराष्ट्र के आजादनगर निवासी मोहम्मद अब्दुल शेख दाऊद को मास्टरमाइंड माना है जिसे गिरफ्तार किया गया है।  मनु की मूर्ति पर कालिख पोतने वाली महिलाओं के नाम शीला और कांता हैं जो महाराष्ट्र के औरंगाबाद की रहने वाली हैं।

इनके अलावा पुलिस ने महाराष्ट्र निवासी 4 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया है जिनके नाम सचिन, कपिल , रोहित और योगेश हैं।

पुलिस का आरोप है कि मोहम्मद अब्दुल शेख दाऊद के पास विदेशों से फण्ड मिलने के दस्तावेजों सहित अन्य आपत्तिजनक सामिग्री भी मिली है।  तथा उससे प्रात मोबाइल फोन और दस्तावेजों की जाँच की जा रही है।

इस घटना ने मनु की मूर्ति को हटाना का अभियान चलाने वालों को मुददा जरूर दे दिया है।

 

In the Rajasthan High Court black painted on the idol of Manumanusmartistatue of manu
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