साउथ के सुपर स्टार और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण ने लखनऊ में बसपा सुप्रीमों से मुलाकात के लिए लखनऊ पहुँचे गए हैं। ऐसा माना जा रहा कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन हो सकता है। बता दें कि साउथ फिल्मों में अपनी लोकप्रियता की चोटी पर मौजूद होने के बावजूद साउथ सुपरस्टार चिरंजीवी के छोटे भाई पवन कल्याण ने 2014 में जन सेना पार्टी का गठन किया था और अपनी राजनीतिक शुरुआत कर दी थी, जब वह जनसेना पार्टी के अध्यक्ष बन गए थे।15 अक्टूबर 2018 को राजनीतिक जागरूकता बढ़ाने के लिए विजयवाड़ा में निकाले गए एक रैली के कारण हो रही है। इस रैली के प्रति लोगों की प्रतिक्रिया ऐतिहासिक और अभूतपूर्व रही थी। उनके समर्थन में आधे मिलियन से ज्यादा लोग सड़कों पर आए। यह दृश्य ऐसा लग रहा था, मानो सड़कों पर जनसमुद्र उमड़ पड़ा हो। यह इस बात का भी सबूत बना कि पवन कल्याण एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्हें लोग भरपूर प्यार करते हैं। तभी तो समाज के सभी क्षेत्रों एवं वर्गों के लोग इस पवन की इस रैली में शामिल हुए। यहां तक कि लाखों लोगों ने अपने पसंदीदा फिल्म स्टार को देखने के लिए घंटों इंतजार भी किया, जिन्होंने अब एक युवा राजनीतिक नेता के तौर पर नया अवतार लिया है। तथा बसपा सुप्रीमों के साथ लखनऊ में मिलना कोई साधारण बात नहीं हो सकती।
बसपा एक राष्ट्रीय पार्टी है , उसका जनाधार लगभग पूरे देश में है और कारण है कि देश की बहुत सारी पार्टियाँ बसपा के साथ गठबंधन करना चाहती हैं। जैसा कि कर्नाटक में जे डी एस ने बसपा के साथ गठबंधन किया था और उसको भरपूर लाभ मिला तथा चुनाव परिणाम के बाद जे डी एस ने कर्नाटक में अपनी सरकार भी बना ली।
तेलंगाना में 7 दिसम्बर को विधानसभा के लिए मतदान होने वाले हैं। तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए अभी तक बसपा ने 119 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि अगर गठबंधन होता है तो बसपा जन सेना पार्टी के लिए कुछ सीटें छोड़ सकती है। अगर गठबंधन होता है तो 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले यह बसपा के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा. बसपा प्रमुख कई राज्यों में छोटे दलों के साथ गठबंधन कर रही हैं. राज्य सभा सांसद वीर सिंह को बसपा ने तेलंगाना का इंचार्ज बनाया है तथा बसपा 28 अक्टूबर से चुनाव प्रचार शुरू कर सकती है।
ऐसा लग रहा है मानो बसपा का हाथी अब दिल्ली तक पहुँचने वाला है।